Government Schemes

किसान क्रेडिट कार्ड योजना

किसान कृषि का मुख्य आधार हैं। किसानों द्वारा ही भोजन की आवश्यकता पूरी होती हैं। लेकिन किसानों का जीवन बहुत ही कठिन हैं। कभी उन्हें प्राकृतिक विपत्तियों का सामना करना पड़ता हैं। तो कभी नकदी संकट के कारण कृषि उपयोगी सामग्रियों का आभाव होता हैं। ऐसे में परिवार का पालन पोषण करना भी मुश्किल हो जाता हैं। हमारी भारतीय अर्थव्यवस्था की नींव कहे जाने वाले ,किसानों के लिए केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 1998 में किसान क्रेडिट कार्ड योजना की शुरुआत की गई थी। ताकि किसानों को कृषि कार्य में होने वाले खर्च के लिए परेशान ना होना पड़ें। योजना के अंतर्गत , चाहे छोटे किसान हो या बड़े किसान हो। चाहे फसल के साझीदार हो , पट्टेदार किसान या किरायेदार किसान हो, लाभ लेने के लिए पात्र है। किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत, आप अपनी ज़मीन पर बहुत कम ब्याज दर पर खेती का लोन ले सकते है। योजना के तहत किसानों को 4 % ब्याज दर पर ,3 लाख रूपए तक का कृषि लोन उपलब्ध कराया जाता है। आइये वीडियो के माध्यम से समझते है।आप कैसे इस योजना का लाभ ले सकते है।

प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना

भारत एक कृषि प्रधान देश है। हम अनाज के लिए कृषि पर निर्भर है । अच्छी फसल के लिए खेतों में,सिंचाई का होना आवश्यक है। लेकिन खेती करने के लिए किसानों को, पानी की कमी का सामना करना पड़ता है। फलस्वरूप खेती ख़राब हो जाती है। केंद्र सरकार द्वारा इस समस्या के समाधान के लिए ,वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना में हर खेत को पानी, के उद्देश्य के साथ खेतों में सिंचाई के लिए, पानी की सुविधा प्रदान करना है। ताकि किसानों की फसल में बढ़ोतरी हो। यह योजना आय में वृद्धि के लिए, प्रभावशाली सिद्ध होगी। इस योजना को, आरम्भ करने का मुख्य उद्देश्य ,सिंचाई उपकरण खरीदने पर सब्सिडी प्रदान करना है। योजना के अंतर्गत ड्रिप प्लांट लगाने पर 70% सब्सिडी की राशि बागवानी किसानों को ,एवं 50% सब्सिडी की राशि सीमांत किसानों को प्रदान की जाएगी। साथ ही फाउंटेन प्लांट की खरीदी पर 60% की सब्सिडी छोटे और सीमांत किसानों को ,एवं 50% की सब्सिडी अन्य किसानों को प्रदान की जाएगी। योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को आवेदन करना होगा। आइये वीडियो के माध्यम से समझते है।आप कैसे इस योजना का लाभ ले सकते है।


प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना

ग्रामीण क्षेत्रों में दैनिक आवश्यकताओं के लिए अधिकांशतः कृषि पर ही निर्भरता है। लेकिन कृषि में अनेक प्राकृतिक विपत्तियों के कारण फसल को हानि पहुँचती है। और किसानो की आर्थिक स्थिति पर भी बुरा असर पड़ता है। केंद्र सरकार द्वारा, इस समस्या को दूर करने के लिए वर्ष 2016 में, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत की गई थी । यह योजना सभी प्रकार की फसलों को संरक्षण प्रदान करती है। सरकार द्वारा लाभार्थी किसानों को, 2 लाख रुपये तक की बीमा राशि की सहायता प्रदान की जाती है। एवं लाभार्थी किसानों द्वारा ,खरीफ की फसलों के लिए बीमित राशि का 2 परसेंट ,एवं रबी की फसलों के लिए बीमित राशि का 1.5 परसेंट ,तथा वार्षिक वाणिज्यिक व बागवानी फसलों के लिये, बीमित राशि का 5% का भुगतान किया जायेगा । प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना द्वारा ,किसी भी प्रकार की प्राकृतिक विपत्तियों से ,फसल की हानि पर कैसे फसल बीमा प्राप्त होता है ? की विस्तृत जानकारी वीडियो के माध्यम से समझेंगे।


प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना

ग्रामीण क्षेत्रों में आय प्राप्ति का मुख्य स्त्रोत कृषि है। लेकिन छोटे व सीमांत किसान परिवारों को, नकदी संकट के कारण, कृषिउपयोगी सामग्री क्रय के लिए जूझना पड़ता है। इस समस्या को दूर करने के लिए, केंद्र सरकार द्वारा, वर्ष 2018 में ,प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना में लाभार्थी किसानों को, प्रत्येक वर्ष 6000 रुपये बैंक से प्राप्त होते है। तीन समान किश्तों में ,प्रत्येक चार महीने के अंतराल में, 2000 रुपये प्राप्त होते है। इस योजना द्वारा कैसे आर्थिक सहायता प्राप्त होती है। आइए विस्तृत जानकारी,वीडियो के माध्यम से समझेंगे।

मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना

कृषि में अधिक फसल उत्पादन की प्राप्ति मिट्टी की गुणवत्ता पर निर्भर करती है। मिट्टी में आवश्यक उर्वरकों की कमी के कारण, शुद्ध फसल की प्राप्ति नहीं हो पाती है। फलस्वरुप किसानों की आर्थिक स्थिति पर भी प्रभाव पड़ता है। भारत में कृषि योग्य भूमि से ,अच्छी फसल उत्पादन के लिए ,केंद्र सरकार के द्वारा वर्ष 2015 में मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना में स्वस्थ धरा खेत हरा के लक्ष्य के साथ ,मृदा की गुणवत्ता को बढ़ाना हैं | जिससे की फसल का अधिक उत्पादन हो एवं किसानों को आर्थिक लाभ प्राप्त हो । केंद्र सरकार द्वारा प्रत्येक 3 साल के अंतर्गत यह कार्ड किसानों को प्रदान किया जाता है। एवं तीन साल में एक बार कृषि योग्य भूमि की उर्वर शक्ति का निरिक्षण किया जाता है। और उसी के आधार पर मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रदान किया जाता है। आइये वीडियो के माध्यम से समझते है। आप कैसे इस योजना का लाभ ले सकते है।


प्रधानमंत्री जनधन योजना

भारत देश में गरीबी एक ऐसी समस्या है। जो एक व्यक्ति के अच्छे जीवन, शारीरिक स्वास्थ्य और शिक्षा स्तर को प्रभावित करती है। भारत सरकार ने गरीबी को दूर करने के लिए वित्तीय समावेशन को बहुत महत्वपूर्ण बताया है। गरीबो को इस दुष्चक्र से मुक्ति दिलाने के लिए ,वर्ष 2014 में केंद्र सरकार द्वारा ,विश्व की सबसे बड़ी वित्तीय समावेशन योजना प्रधानमंत्री जनधन योजना का शुभारम्भ किया गया था। “सबका साथ सबका विकास” लक्ष्य के तहत बैंकिंग /बचत खाता , जमा खाता ,प्रेक्षण ,ऋण ,बीमा , पेंशन , आदि वित्तीय सेवाओं को प्रभावशाली तरीके से सभी तक पहुंचाना है। प्रधानमंत्री जनधन खाता किसी भी बैंक शाखा अथवा बैंक मित्र आउटलैट में खोला जा सकता है। इस योजना के तहत ज़ीरो बैलेंस राशि में खाता खुलवा सकते है, न्यूनतम शेष राशि का होना आवश्यक नहीं है। इस योजना के तहत लाभार्थी की आयु 18 वर्ष से 59 वर्ष के बीच होना आवश्यक है। खाता खोलने के लिए निम्न दस्तावेजों का होना आवश्यक है -: यदि आपके पास आधार कार्ड है, तो अन्य किसी दस्तावेज़ की आवश्यकता नहीं होगी ,और यदि आपका पता बदल गया है तो वर्त्तमान पते का स्वयं द्वारा किया सत्यापन आवश्यक है। यदि आपके पास आधारकार्ड उपलब्ध नहीं है ,तो आपके पास आपके पहचान व पते सम्बंधित दस्तावेज़ का होना आवश्यक हैं। जैसे की - मतदाता पहचान पत्र , ड्राइविंग लाइसेंस ,पैन कार्ड , पासपोर्ट अथवा नरेगा कार्ड जैसे वैध सरकारी प्रलेख। जिन खातों के साथ आधार कार्ड लिंक है, उन्हें 6 महीने बाद रूपये 5000 की ओवरड्राफ्ट सुविधा ,और रुपये डेबिट कार्ड और किसान क्रेडिट कार्ड में अन्तर्निहित, 1 लाख रुपये के दुर्घटना बीमा कवर के साथ सुविधा प्रदान की जायेगी। इस योजना के तहत पात्र लाभार्थि के खाता खुलवाने के बाद, किसी कारणवश मृत्यु हो जाती है। तो लाभार्थि के परिवार को 30 हज़ार रुपये का अतिरिक्त बीमा कवर भी दिया जायेगा। आइये वीडियो के माध्यम से समझते है , कैसे आप इस योजना का लाभ ले सकते है।